कहां से आ रहे हो, कहां को जा रहे हो
मंजिल का पता नहीं, बस चले जा रहे हो।
ये कौन सी दिशा है, कौन सा है रास्ता
सफ़र का सऊर नहीं, बस चले जा रहे हो।
कहां से चले थे, और क्या सोचकर
खुद का कोई होश नहीं, बस चले जा रहे हो।
जरा देर रूककर, जरा सोचकर
सही है, गलत है ये सब जोड़कर
समय है, समय का रूख देखकर
सोच कर,समझ कर, संभल कर चलो।