जनता को गुमराह कर, नफरतों के बीज बो
जो सियासत कर रहे हो, हाजमा दुरूस्त कर लो।
इस फसल को काटकर, स्वार्थ अपने साधने को
जो हिमाकत कर रहे हो, हाजमा दुरूस्त कर लो।
लोकतंत्र की आड़ लेकर, देश के माहौल को
जो अराजक कर रहे हो, हाजमा दुरुस्त कर लो।
शातिदूतों का साथ पाकर, मोदी के मिजाज को
जो चुनौती दे रहे हो, पायजामा दुरूस्त कर लो।।
जो सियासत कर रहे हो, हाजमा दुरूस्त कर लो।
इस फसल को काटकर, स्वार्थ अपने साधने को
जो हिमाकत कर रहे हो, हाजमा दुरूस्त कर लो।
लोकतंत्र की आड़ लेकर, देश के माहौल को
जो अराजक कर रहे हो, हाजमा दुरुस्त कर लो।
शातिदूतों का साथ पाकर, मोदी के मिजाज को
जो चुनौती दे रहे हो, पायजामा दुरूस्त कर लो।।
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